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सांसद की अपील खारिज, जिला पंचायत में उपाध्यक्ष समेत धरने पर बैठे सदस्य, अध्यक्ष ने बनाई दूरी….


सतना। जिला पंचायत में प्रशासनिक अराजकता और सीईओ की मनमानी के विरोध में भाजपा समर्थित जिला पंचायत सदस्यों ने आज 3 जुलाई को तालाबंदी और अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान किया है। बुधवार को सर्किट हाउस में पत्रकारवार्ता में आंदोलन के अगुआ ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि 11 बजे से जिला पंचायत परिसर में तालाबंदी शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सांसद गणेश सिंह की अपील को खारिज करते हुए आंदोलन जारी रहेगा।

ज्ञानेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि सीईओ योजनाओं की जानकारी नहीं देतीं, बैठकें नहीं करातीं, और सदस्यों को सरकारी कार्यक्रमों से दूर रखा जा रहा है। जल गंगा अभियान में भी सदस्यों को नहीं बुलाया गया। पूर्व में कलेक्टर के आश्वासन पर आंदोलन टाला गया था, लेकिन समस्याएं जस की तस हैं।

संभागायुक्त के निर्देश के बाद भी कोई समन्वय बैठक नहीं हुई, इसलिए तालाबंदी ही एकमात्र रास्ता बचा है। इस दौरान उपाध्यक्ष सुष्मिता सिंह, सदस्य संजय सिंह कछवाहा, सुभाष बुनकर और रमाकांत पयासी भी मौजूद रहे।

इधर, आंदोलन को लेकर जिला पंचायत में तीन फाड़ की स्थिति बन गई है। कांग्रेस समर्थित सदस्यों ने इसे व्यक्तिगत स्वार्थ से प्रेरित नौटंकी करार देते हुए आंदोलन से दूरी बना ली है। वहीं, मैहर के सदस्यों ने अलग ज्ञापन देने और प्रदर्शन में शामिल न होने की बात कही है।

जिपं अध्यक्ष रामखेलावन कोल ने भी तालाबंदी में शामिल होने से इंकार कर दिया है। इस बीच, जिला पंचायत सीईओ तीन दिन न्यायालयीन कार्य में जबलपुर जाने के कारण सतना में मौजूद नहीं रहेंगी। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत उपस्थिति के हाईकोर्ट आदेश के चलते तीन दिन जबलपुर में रहना अनिवार्य है। बैठकों की तारीखें अध्यक्ष को दी गई थीं और सदस्यों से भी चर्चा हो चुकी थी, फिर भी यह स्थिति क्यों बनी, इसका जवाब देना कठिन है।


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