शिलापट्टिका हटाने पर विवाद: प्रभारी प्राचार्य बसंत कुमार रंजन पर आरोप, जांच की मांग तेज……
सतना/अमित।

जैतवारा। शासकीय महाविद्यालय जैतवारा में स्मार्ट कक्ष की लोकार्पण शिलापट्टिका को हटाकर नई पट्टिका लगाए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यह शिलापट्टिका 12 जून 2023 को जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार बंसल द्वारा किए गए लोकार्पण की स्मृति में लगाई गई थी। अब दो वर्ष बाद बिना पूर्व जानकारी या आदेश के इसे हटाकर दूसरी पट्टिका लगाए जाने से आक्रोश फैल गया है।
विवाद की जड़ में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. बसंत कुमार रंजन का नाम सामने आया है। गौरतलब है कि डॉ. रंजन का 9 जून 2025 को स्थानांतरण सीधी जिले के रामपुर नैकिन महाविद्यालय में हो चुका है, किंतु वे अभी तक वहां कार्यभार ग्रहण नहीं किए हैं और अवकाश पर हैं। इसी बीच यह विवादास्पद कार्य हुआ।

नई लगाईं गई शिलापट्टिका। 👆
वर्तमान में महाविद्यालय का कार्यभार डॉ. किरण बाला श्रीवास्तव के पास है। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम से खुद को अनजान बताया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार बंसल ने उच्च शिक्षा विभाग, संभागीय संयुक्त संचालक (जेडी), जिला उच्च शिक्षा अधिकारी (डीडीओ) और प्राचार्य से गहन जांच की मांग की है। उन्होंने जानना चाहा है कि यह कार्य किसके निर्देश पर और किस विभागीय आदेश के तहत किया गया।

👆 अशोक बंसल, जन भागीदारी समिति अध्यक्ष जैतवारा।
बंसल ने इसे जनभावनाओं से जुड़ा विषय बताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
फिलहाल, शिलापट्टिका बदलने की मंशा और प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं, जिससे शिक्षा संस्थानों की गरिमा और पारदर्शिता पर बहस छिड़ गई है।