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सतना में बढ़ता अपराध और नशे का कारोबार: डीजे न देने पर चली गोली, प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल….

अमित मिश्रा/सतना।

जिले में अपराध और नशे का जाल लगातार फैलता जा रहा है। बीते एक वर्ष में खुलेआम गोलीबारी और हमले की घटनाओं में तेजी आई है। हाल ही में कोलगवां थाना क्षेत्र में एक युवक की गोली लगने से मौत हुई थी, और अब एक बार फिर टिकुरिया टोला लखन चौक में गोली चलने की सनसनीखेज वारदात ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, डीजे संचालक अंकुर गुप्ता को उस समय गोली मार दी गई जब उन्होंने डीजे देने से इनकार किया। आरोप है कि बजरहा टोला निवासी जितेंद्र बंशकार विसर्जन कार्यक्रम के लिए डीजे लेने आया था, लेकिन सौदा तय न होने पर विवाद बढ़ा और जितेंद्र ने गोली दाग दी। गोली अंकुर गुप्ता के बाएं कंधे में लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल को जिला अस्पताल से रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। घटना के बाद सीएसपी डी.पी.सिंह. चौहान और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे तथा जांच शुरू की। पुलिस ने आरोपी और उसके दो साथियों के खिलाफ मामला दर्ज कर तलाश तेज कर दी है।

इस घटना के बाद शहरवासियों में भय का माहौल है। लोगों का कहना है कि सतना में नशे और अवैध हथियारों का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है। विशेष रूप से बजरहा टोला इलाका अब नशे के सबसे बड़े गढ़ के रूप में पहचाना जाने लगा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां महिलाएं, बच्चे और युवा तक नशे के धंधे में लिप्त हैं। बताया जाता है कि इस क्षेत्र में गांजा, कोरेक्स, अफीम और अन्य नशीले पदार्थ आसानी से मिल जाते हैं। कई बार सोशल मीडिया और अखबारों में इस मोहल्ले की खबरें आईं, लेकिन कार्रवाई केवल दिखावे तक सीमित रही।

मोहल्ले के लोग दबी जुबान में यह भी कहते हैं कि कोतवाली थाने के कुछ सिपाहियों और अधिकारियों की ‘महीना फिक्सिंग’ होती है। नशा कारोबारियों से हर महीने वसूली की जाती है और जो कारोबारी पैसा समय पर नहीं देता, उस पर दिखावटी कार्रवाई की जाती है।

शहर में बढ़ती इस अपराध प्रवृत्ति ने आम नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि यदि पुलिस और प्रशासन ने नशे और अवैध हथियारों पर अंकुश लगाने के ठोस कदम नहीं उठाए, तो ऐसी घटनाएं आम होती जाएंगी।
स्थानीय जनों का स्पष्ट कहना है कि प्रशासन को अब सिस्टम के भीतर बैठे संरक्षणकर्ताओं पर भी सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, वरना सतना में अपराधियों का मनोबल यूं ही कानून से ऊपर बना रहेगा।

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