डीएफओ साहब, पहले कराइए जांच, फिर हो भुगतान !
अमित मिश्रा/सतना।

22 लाख के तालाब में वन विभाग ने घोटाले का पत्थर डाला….

सतना | मझगवां वन परिक्षेत्र अंतर्गत पिपरी टोला के धउहा गांव में 22 लाख रुपए की लागत से निर्मित तालाब में गंभीर अनियमितता सामने आई है। बताया जा रहा है कि पीचिंग कार्य में मानक के विपरीत वाटरशेड योजना के पत्थरों का उपयोग किया गया, जिससे वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
सचिन मिश्रा- वन रक्षक पिपरीटोला.👇

रामकिशोर गोड़- सर्किल प्रभारी अमिरती.👇

बीट गार्ड सचिन मिश्रा, सर्किल प्रभारी रामकिशोर गोंड और तत्कालीन रेंजर पंकज दुबे इस कार्य के भुगतान के लिए तेजी से प्रयासरत हैं। आशंका है कि शिकायत होने पर न केवल भुगतान रुक सकता है, बल्कि संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई भी तय मानी जा रही है।
ये महाशय बने संरक्षणदाता–

गौरतलब है कि व्यय शाखा प्रभारी सुदीप निगम इस पूरे प्रकरण में संरक्षणदाता की भूमिका में नजर आ रहे हैं। उनके शह पर ही ऐसी गड़बड़ियों को अंजाम दिए जाने की बात कही जा रही है। विभागीय जानकारों का मानना है कि इस तरह की करतूतें ईमानदार वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी की छवि को धूमिल कर रही हैं।


