महिला आरक्षक ने थाने में महिला को पीटकर किया लहूलुहान, दिखाया वर्दी का रौब…..

रीवा की महिला आरक्षक साईं खान ने अपने पुरुष मित्र जावेद अख्तर खान के लिए सतना के कोलगवां थाने में हंगामा कर दिया। आरोप है कि 24 अप्रैल को वर्दी में साईं खान, एक महिला आरक्षक और तीन पुरुष पुलिसकर्मियों के साथ सिंधी कैंप निवासी आशा सिंह के घर पहुंची। पुलिस बल आशा को जबरन थाने ले आया, जहां साईं ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। आशा बेहोश हो गई और उसके गाल व कंधे पर दांत से काटने के निशान मिले।

आशा सिंह के अनुसार, 2018 में जावेद ने उससे 3.69 लाख रुपए उधार लिए थे, जिसकी लिखित पुष्टि स्टांप पेपर पर हुई थी। उधारी न चुकाने पर आशा ने कानूनी कार्रवाई शुरू की, जिससे जावेद और साईं खान नाराज हो गए।
कोलगवां थाने के टीआई सुदीप सोनी का कहना है कि आशा के खिलाफ गाली-गलौज की शिकायत मिलने पर उसे बयान के लिए बुलाया गया था, लेकिन थाने में झूमाझटकी हो गई। मामले की जांच सीएसपी को सौंपी गई है और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
सवाल यह भी उठ रहे हैं कि रीवा में पदस्थ साईं खान ने कोलगवां थाने से बल क्यों भेजा? शिकायत रीवा में क्यों नहीं की गई? साथ ही, वह छुट्टी पर नहीं थी, केवल थाना छोड़ने की अनुमति ली थी। निजी काम के लिए वर्दी पहनकर बल के साथ आशा के घर जाने की उसकी भूमिका भी संदेह के घेरे में है।