फ़टाफ़ट डेस्क…वाकई में एम पी अजब है..इसलिए तो यहाँ असमाजिक तत्वों ने लोगो को ठगने का एक नया फार्मूला तैयार कर लिया..और सीधे कलेक्टर के नाम से लोगो ठगने और अपने-अपने बैंक अकाउंट में लोगो को पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाने का एक नया खेल खेलना शुरू कर दिया..लेकिन यह खेल ज्यादा दिनो तक नही चल पाया..पुलिस ने आधुनिक ठगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली..
जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश के सतना कलेक्टर सत्येंद्र सिंह के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर लोगो के साथ ठगी करने का मामला सामने आया है..जिसका खुलासा होने के बाद कलेक्टर ने खुद शोसल मीडिया पर अपील की है..की वे इस तरह के किसी भी झांसे में ना आये..
दरअसल कलेक्टर सत्येंद्र सिंह के नाम पर हैकरों ने बड़े शातिराना अंदाज में इस ठगी के खेल को अंजाम देने की कोशिश किया करते थे..दिलचस्प बात तो यह है कि इस खेल की शुरुआत तब हुई जब सत्येंद्र सिंह छतरपुर जिले में जिला पंचायत सीईओ के पद पर पदस्थ हुए..जिसके बाद वे बुराहनपुर कलेक्टर के पद पर पदस्थ किये गए..और अब सतना कलेक्टर के पद पर पदस्थ है..और जिन जिलों में सत्येंद्र सिंह पदस्थ हुए ये ठग उन्ही जिले के लोगो को ठगने का काम किया करते थे..
ऐसे हुआ खुलासा..
मामले का खुलासा तब हुआ जब कलेक्टर के कुछ परिचितों ने इस मार्फ़त कलेक्टर से बात की..और तब कलेक्टर सत्येंद्र सिह ने मामले की शिकायत पुलिस से की..पुलिस ने इस मामले में आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की..
वही एक हप्ते पूर्व सतना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सोलंकी के नाम पर भी जिले के पेट्रोल पम्प मालिको से 50 -50हजार रुपये की ठगी के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश किया था..इस ठगी के आरोपी को पुलिस ने पन्ना से गिरफ्तार किया था..जिसके बाद कलेक्टर के नाम पर ठगी के मामले को भी पुलिस ने उसी दिशा में जोड़कर जांच शुरू की..और झारखण्ड के जमशेदपुर से ठगी करने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया..
कलेक्टर सत्येंद्र सिंह के मुताबिक हैकर के आधार कार्ड और बैंक अकाउंट की जानकारी उनको हो गई थी..हैकर झारखण्ड के जमशेदपुर से ठगी की इस घटना को अंजाम दे रहा था.कलेक्टर के मुताबिक उन्हें उनके नाम से 20 हजार की ठगी किये जाने की जानकारी उनको थी..और बाकी लोगो से ठगी किये जाने का पता पुलिस लगा रही है..