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सतना, जिले की सीमा के अंतिम छोर पर कैमोर से सटे भटूरा गांव में इन दिनों खनन कारोबारियों द्वारा रात-दिन बराबर हैवी ब्लास्ंिटग की जा रही है। जिसकी वजह से गांव के ज्यादातर मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं तो सरकारी भवन भी जर्जर हो चुके हैं। खनन कारोबारियों की इस करतूत के बारे में ग्रामीणों द्वारा कई बार प्रशासन से अवगत कराया गया, लेकिन खनन कारोबारी को सजातीय नेताओं का सरंक्षण प्राप्त होने की वजह से प्रशासन द्वारा आज तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। जिससे तंग आकर गांव के लोगों ने अब आंदोलन करने की तैयारी शुरू कर दी है।
ब्लास्टिंग से दहशत
मैहर जनपद के भटूरा गांव में भटूरा लाईम स्टोन माइंस संचालित है। यहां लीजधारक द्वारा नियम कानून की परवाह किये बिना मनमाने ढंग से ब्लास्टिंग की जा रही है जिसके धमाके से आसपास के गांव में भूकंप जैसे हालात बने हुए हैं और गांव के लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं।
नियमों की उड़ रही धज्जियां
मेसर्स जितेन्द्र कुमार कुशवाहा निवासी आदर्श नगर कटनी द्वारा भटूरा के रकवा 16.288 हेक्टेयर में खनन का कार्य किया जा रहा है। प्रशासन ने इन्हें खनन की लीज दी है, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि ब्लास्टिंग के लिए शासन द्वारा जो नियम निर्धारित किये गए हैं लीजधारक द्वारा उसका पालन नहीं किया जा रहा है।
आधी रात को होता है धमाका
अब इसे प्रशासन की अनुमति माने या लीजधारक की दबंगई कि देर रात खदान में हैवी ब्लास्टिंग की जाती है। आलम ये है कि आधी रात को होने वाले धमाके से गांव में भूकंप की तरह झटके लगने लगते हैं और गहरी नींद में सो रहे लोग डरकर घर से बाहर की ओर भागने लगते हैं। गांव के ज्यादातर घरों में दीवारों में दरारे आ गई हैं तो रात के समय घर के बर्तन भरभराकर नीचे गिरने लगते हैं। इन ब्लास्टिंग की वजह से पूरे गांव में खतरा बना रहता है।
स्कूल भवन गिरने का डर
यहां हो रही हैवी ब्लास्टिंग शासकीय माध्यमिक विद्यालय भटूरा के स्कूल भवन जगह-जगह से दरक गया है। दीवारों में लंबी चौड़ी दरारें हो गईं हैं। उसी जर्जर भवन में कक्षाएं संचालित हो रही हैं, जहां पढ़ाई करने वालों बच्चों के मन में भवन गिरने का डर बना रहता है। वहीं यहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को भी अचानक भवन ढहने का भय बना हुआ है। ऐसे में सवाल ये है कि किसी भी दिन ब्लास्टिंग के झटके से स्कूल भवन धराशायी हुआ और छात्रों को चोट पहुंची तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
जल्द होगा प्रदर्शन
क्षेत्रीय ग्रामीण पवन उरमलिया, अतुल शुक्ला, राजेश पयासी, विक्रम सिंह, राजेश कुमार ने बताया कि कटनी के खनन कारोबारी द्वारा निर्धारित सीमा से बाहर तक खनन किया जा रहा है। इतना ही नहीं यहां से बड़े पैमाने पर ओव्हरलोड वाहन निकाले जाते हैं जिनसे गांव की सडक़ें खराब हो रही हैं और आसपास के ग्रामीण इलाकों में प्रदूषण फैल रहा है। कई बार इस मामले में प्रशासन को अवगत कराया गया कि हैवी ब्लास्टिंग पर रोक लगाई जाए, लेकिन प्रशासन ने आज तक कोई कार्रवाई नहीं की। जिसकी वजह से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है और इस मामले को लेकर जल्द ही गांव के लोग धरना-प्रदर्शन आंदोलन करेंगे।
इनका कहना है
इसके बारे में मेरे पास कोई सूचना नहीं आई है, फिर भी यदि नियम विरुद्ध ब्लास्टिंग की जा रही है तो संबंधित विभाग के माध्यम से इसकी जांच कराई जायेगी।
सुरेश अग्रवाल, एसडीएम मैहर