Home मध्यप्रदेश 40 लाख से अधिक स्वयंसेवकों में सतना की बेटी अर्चना का हुआ चयन, राष्ट्रपति करेंगी सम्मनित

40 लाख से अधिक स्वयंसेवकों में सतना की बेटी अर्चना का हुआ चयन, राष्ट्रपति करेंगी सम्मनित

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सतना।।भारत सरकार युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार 2020_21सत्र के लिए मध्य प्रदेश की एकमात्र छात्रा स्वयंसेवक कु.अर्चना कुशवाहा का चयन किया गया है। ज्ञात हो कि अर्चना कुशवाहा ग्राम अमकुई निवासी एक साधारण परिवार के कृषक श्री रामऔतार कुशवाहा की सुपुत्री हैं।उन्होंने यह मुकाम अपनी कर्मठता और लगन से हासिल किया है।

शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सतना की राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवक एवं हिंदी साहित्य की छात्रा अर्चना कुशवाहा का चयन उनके द्वारा किए गए शिक्षा के साथ-साथ स्वैच्छिक सामाजिक सरोकार के कार्यों और राष्ट्र निर्माण के कार्यों के लिए किया गया है,अर्चना ने विगत वर्षों में वृक्षारोपण ,रक्तदान स्वास्थ्य शिविर ,नेत्र शिविर,एड्स जागरूकता ,पर्यावरण जागरूकता एवं अन्य जागरूकता कार्यक्रमों में सहभागिता कर उत्कृष्ट कार्य किया है ,अर्चना को अभी तक सतना जिले में 40 से अधिक सम्मानों से नवाजा गया है। अर्चना ने राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न आयोजनों में चयनित होकर संस्था, जिले व राज्य को गौरवान्वित किया है। अर्चना ने इस पुरस्कार के लिए डॉ आरके विजय राज्य एनएसएस अधिकारी मध्यप्रदेश शासन ,डॉ सी एम तिवारी कार्यक्रम समन्वयक रासेयो अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा, शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ आर एस गुप्ता ,अपनी प्रिय गुरु मां डॉ क्रांति मिश्रा रासेयो जिला संगठक, कार्यक्रम अधिकारी डॉ भास्कर चौरसिया, मध्य प्रदेश ई टी आई के प्रशिक्षक एवं कार्यक्रम अधिकारी मुक्त इकाई बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल श्री राहुल सिंह परिहार ,सभी प्राध्यापक गण ,एनएसएस स्वयंसेवकों एवं विशेष रूप से अपने माता-पिता श्रीमती बेला कुशवाहा एवं श्री रामऔतार कुशवाहा को श्रेय देती हूँ।अर्चना ग्राम अमकुई नागौद ब्लॉक् जिला सतना निवासी हैं। अर्चना ने बताया कि इन सब की प्रेरणा, मार्गदर्शन और सहयोग से आज मैं इस पुरस्कार को प्राप्त करने में सफल हुई।अर्चना नें बताया कि समाज सेवा में उनकी बचपन से ही रुचि थी, समाज सेवा में कार्यरत रहने का मंच राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा मिला है, अर्चना का कहना है कि राष्ट्रीय सेवा योजना से उन्हें एक नई पहचान मिली है। और वे आगें भी निरंतर स्वैच्छिक सामाजिक कार्यों के लिए अपनी भूमिका निर्वहन करती रहेंगी, अर्चना का आगे का लक्ष्य प्रशासनिक सेवा में जाना है,इसके लिए वे तैयारी भी कर रही है।

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